सीटू नेताओं के एक प्रतिनिधिमंडल ने यूटी स्वास्थ्य मिशन के मिशन निदेशक से मुलाकात की। मुलाकात के दौरान अंडमान और निकोबार आशा वर्कर्स यूनियन (सीटू) द्वारा उठाई गई मांगों पर विस्तार से चर्चा की गई। सीटू राज्य समिति के उपाध्यक्ष डी. अय्यप्पन के नेतृत्व प्रतिनिधिमंडल ने मिशन निदेशक के ध्यान में लाया है कि आशा कार्यकर्ताओं को 2000 रुपये प्रति माह का भुगतान किया जा रहा है। उन्होंने इस राशि को बढ़ाकर 10000 रुपये करने की मांग दोहराई। यूनियन के प्रतिनिधिमंडल ने विभिन्न प्रोत्साहनों में पर्याप्त वृद्धि की भी मांग करते हुए मिशन निदेशक के ध्यान में लाया कि आशा कार्यकर्ताओं को कई प्रोत्साहनों का भुगतान नहीं किया जा रहा है।
मिशन निदेशक ने प्रतिनिधिमंडल की मांगों को धैर्यपूर्वक सुना और बैठक में उपस्थित संबंधित अधिकारियों को उन केंद्रशासित प्रदेशों में आशा कार्यकर्ताओं को भुगतान किए जा रहे मानदेय और प्रोत्साहन के संबंध में विभिन्न केंद्र शासित प्रदेशों द्वारा जारी आदेश प्राप्त करने का निर्देश दिया। उन्होंने आगे आश्वासन दिया कि किसी भी केंद्रशासित प्रदेश के मानदेय और प्रोत्साहन की दरों को लागू करने के लिए दिल्ली में राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन और उपराज्यपाल, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह को एक व्यापक प्रस्ताव प्रस्तुत किया जाएगा, जो काम को ध्यान में रखते हुए द्वीपों में उपयुक्त और व्यावहारिक हैं।
उन्होंने आगे यूटीएचएम अधिकारियों को आशा कार्यकर्ताओं के लंबित प्रोत्साहन आदि को मंजूरी देने के लिए उपायुक्तों के साथ बात करने का निर्देश दिया। मिशन निदेशक ने यूनियन नेताओं से यूटीएचएम अधिकारियों को बकाया राशि का विवरण तत्काल उपलब्ध कराने को कहा। मिशन निदेशक ने प्रतिनिधिमंडल को आश्वस्त किया कि वह व्यक्तिगत रूप से इस प्रक्रिया की निगरानी करेंगे और यूनियन को आश्वासन दिया कि वह यूनियन द्वारा उठाई गई मांगों पर सहानुभूति पूर्वक विचार करेंगे। डी. अय्यप्पन के साथ आए यूनियन के प्रतिनिधिमंडल में अंबुमलार, महासचिव, अमीना, संयुक्त सचिव और आशा वर्कर्स यूनियन (सीटू) की कार्यकारी समिति सदस्य बिमला बा शामिल थीं। बैठक में यूटीएचएम के कार्यक्रम अधिकारी इस्माइल एवं अन्य अधिकारी उपस्थित थे।