ग्रीष्मकालीन राजधानी गैरसैंण में पिछले वर्ष मार्च में बजट सत्र हुआ था। इसके बाद से वहां विधानसभा का कोई सत्र नहीं हुआ है। इस बार बजट सत्र गैरसैंण में होना था लेकिन तब विपक्ष और सत्ता पक्ष के विधायकों के आग्रह पर इसे देहरादून में ही आयोजित किया गया था। एक के बाद दूसरा सत्र छह माह से पहले कराया जाना आवश्यक है।
विधानसभा के मानसून सत्र को लेकर सुगबुगाहट तेज हो गई है। विधानसभा का यह सत्र ग्रीष्मकालीन राजधानी गैरसैंण के भराड़ीसैंण स्थित विधानसभा भवन में 15 अगस्त से पहले संभावित है।]
संसदीय कार्यमंत्री प्रेमचंद अग्रवाल के अनुसार गैरसैंण में यह सत्र अगस्त के पहले सप्ताह में प्रस्तावित है। यद्यपि, तिथि को लेकर मंथन चल रहा है। उधर, विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खंडूड़ी भूषण ने कहा कि सत्र कब और कहां होना है, यह सरकार को तय करना है। सत्र जहां भी होगा, उसके लिए विधानसभा तैयार है।
पिछले साल ग्रीष्मकालीन राजधानी में हुआ था बजट सत्र
ग्रीष्मकालीन राजधानी गैरसैंण में पिछले वर्ष मार्च में बजट सत्र हुआ था। इसके बाद से वहां विधानसभा का कोई सत्र नहीं हुआ है। इस बार बजट सत्र गैरसैंण में होना था, लेकिन तब विपक्ष और सत्ता पक्ष के विधायकों के आग्रह पर इसे देहरादून में ही आयोजित किया गया था। बजट सत्र 29 फरवरी को खत्म हुआ था। एक के बाद दूसरा सत्र छह माह से पहले कराया जाना आवश्यक है। इस हिसाब से छह माह की अवधि 29 अगस्त को समाप्त हो रही है।
जाहिर है कि इससे पहले विधानसभा का मानसून सत्र होना है। इसे देखते हुए मानसून सत्र के लिए सरकार ने कसरत प्रारंभ कर दी है।
गैरसैंण मे होगा मानसून सत्र
संसदीय कार्यमंत्री प्रेमचंद अग्रवाल ने कहा कि जुलाई में वर्षा अधिक रहती है। ऐसे में मानसून सत्र गैरसैंण में अगस्त के पहले सप्ताह में प्रस्तावित है। उन्होंने कहा कि अभी मंथन चल रहा है और इसके बाद ही तिथि तय की जाएगी। इतना तय है कि यह सत्र गैरसैंण में होगा।