पिछले कुछ हफ्तों से उत्तर भारत के कई राज्य भीषण गर्मी की चपेट में हैं। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने दिल्ली, उत्तर प्रदेश, हरियाणा और पंजाब के लिए रेड अलर्ट जारी किया है। इन राज्यों में तापमान 45-46 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया है, जबकि बिहार और झारखंड में भी हालात चिंताजनक हैं। बिहार में पिछले 24 घंटे में गर्मी और उमस के कारण 22 लोगों की मौत हो गई। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में भी अधिकतम तापमान 45 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहने की संभावना है।
भीषण गर्मी और लू से हो रही मौतें
भीषण गर्मी और लू का प्रकोप लोगों की जान ले रहा है। बिहार में हालात और भी खराब हैं, जहां पिछले 24 घंटे में 22 लोगों की मौत हो गई। दिल्ली में भी लोग गर्मी से परेशान हैं, और आईएमडी के अनुसार, यहां का तापमान सोमवार को 50 डिग्री सेल्सियस जैसा महसूस हुआ। बढ़ते तापमान और लू के कारण लोग घरों में कैद हैं, और अस्पतालों में हीट स्ट्रोक के मामलों में वृद्धि हो रही है।
पहाड़ों में भी गर्मी का कहर
पहाड़ी राज्यों में भी गर्मी के सारे रिकॉर्ड टूट रहे हैं। उत्तराखंड की राजधानी देहरादून में अधिकतम तापमान 43.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जबकि मसूरी में 39 डिग्री सेल्सियस तापमान रहा। पिछले तीन महीनों में बहुत कम या बिल्कुल भी बारिश न होने के कारण पौड़ी और नैनीताल जैसे पहाड़ी शहरों में भी लू चल रही है। हिमाचल प्रदेश में तापमान 44 डिग्री तक पहुंच गया है, जो औसत से 6.7 डिग्री अधिक है। जम्मू-कश्मीर के कटरा और जम्मू में भी तापमान 40.8 डिग्री और 44.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है। यूपी के प्रयागराज में अधिकतम तापमान 47.6 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया है।
दिल्ली में राहत की उम्मीद
दिल्ली में सोमवार को बढ़ते तापमान के कारण इंडिगो की उड़ान में तीन घंटे से अधिक की देरी हुई। हालांकि, अनुमान है कि राष्ट्रीय राजधानी में बुधवार को छिटपुट बारिश और धूल भरी आंधी के कारण थोड़ी राहत मिल सकती है। लेकिन दीर्घकालिक राहत की अभी कोई संभावना नहीं दिख रही है।
मानसून का इंतजार
उत्तर भारत में गर्मी से राहत पाने के लिए मानसून का इंतजार किया जा रहा है। लेकिन मानसून 1 जून से पश्चिम बंगाल में ही रुका हुआ है। अरब सागर के माध्यम से हवाओं में बदलाव के कारण मैदानी इलाकों में ठंडक आने में देरी हो रही है। जब तक मानसून इन क्षेत्रों को कवर नहीं करेगा तब तक उत्तर भारत गर्मी की चपेट में रहेगा।
क्या करें?
भीषण गर्मी से बचने के लिए लोग अपने घरों में रहें, पर्याप्त मात्रा में पानी पीएं और बाहर निकलने से बचें। खासकर बुजुर्ग और बच्चों का विशेष ध्यान रखें। सरकारी और निजी अस्पतालों में भी लोगों को हीट स्ट्रोक से बचने के लिए जागरूक किया जा रहा है।
भीषण गर्मी और लू से उत्तर भारत के कई राज्य प्रभावित हो रहे हैं। तापमान में बढ़ोतरी और मानसून की देरी के कारण लोगों को राहत नहीं मिल पा रही है। ऐसे में लोगों को सावधानी बरतने की सलाह दी जा रही है ताकि इस भीषण गर्मी से बचा जा सके। भविष्य में इस प्रकार की परिस्थितियों से निपटने के लिए सरकार और स्थानीय प्रशासन को ठोस कदम उठाने की आवश्यकता है।