ANDAMAN NICOBAR : आईसीएआर-केंद्रीय समुद्री मत्स्य अनुसंधान संस्थान, कोचीन के सहयोग से अंडमान और निकोबार प्रशासन के मत्स्य विभाग द्वारा ‘समुद्री सजावटी मछली प्रजनन’ पर चलाए जा रहे तीन दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम शनिवार को संपन्न हो गया। प्रशिक्षण कार्यक्रम के समापन अवसर पर मत्स्य प्रशिक्षण केंद्र, मैरीन हिल में आयोजित कार्यक्रम में मत्स्य निदेशक विक्रम सिंह, डॉ. दिलीप कुमार झा, प्रभारी अधिकारी, एनआईओटी, डॉलीगंज और आईसीएआर-केंद्रीय समुद्री मत्स्य अनुसंधान संस्थान, कोचीन के वैज्ञानिकों सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे।
‘समुद्री सजावटी मछली प्रजनन’ पर तीन दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का समापन मत्स्य निदेशक श्री विक्रम सिंह उन्होंने यह भी आश्वासन दिया कि विभाग द्वारा प्रशिक्षुओं को आईसीएआर-सीएमएफआरआई, विझिंजम केंद्र की सुविधा में प्रशिक्षुओं को उन्नत स्तर का प्रशिक्षण देने सहित ऐसी गतिविधियों को करने में सभी आवश्यक सहायता प्रदान की जाएगी। डॉ. दिलीप कुमार झा, प्रभारी अधिकारी, एनआईओटी, डॉलीगंज ने सुनिश्चित किया कि प्रशिक्षुओं को सभी आवश्यक तकनीकी सहायता प्रदान की जाएगी और मत्स्य विभाग से एनआईओटी, डॉलीगंज के सहयोग से इसी तरह के प्रशिक्षण कार्यक्रम शुरू करने का आग्रह किया।
आईसीएआर-सीएमएफआरआई के विझिंजम क्षेत्रीय केंद्र के वैज्ञानिक डॉ. अंबरीश पी गोप ने आश्वासन दिया कि आईसीएआर-सीएमएफआरआई निकट भविष्य में भी हमारे प्रशिक्षुओं को अपनी सभी क्षेत्रीय विशेषज्ञता प्रदान करेगा। डॉ. के गोपाल, संयुक्त निदेशक (मत्स्य) और श्रीमती वी. शीजा, उप निदेशक (मत्स्य) ने इस अवसर पर अपने विचार प्रस्तुत किए और प्रशिक्षुओं को अपनी आजीविका में सुधार करने के लिए समुद्री कृषि गतिविधियों को अपनाने के लिए प्रोत्साहित किया।