Jagannath Rath Yatra 2024 : 53 साल के बाद 1 ही दिन में देश मनाएगा 3 उत्सव, हादसों से बचने के लिए पूरे शहर का बीमा

Jagannath Rath Yatra 2024: भगवान जगन्नाथ की नगरी पुरी में रथ यात्रा की तैयारी पूरी हो गई है। रविवार 7 जुलाई को भगवान मंदिर से निकलकर अपने भक्तों को दर्शन देंगे। इस दिन देश-दुनिया से करीब 15 लाख भक्तों के पहुंचने की उम्मीद है। 53 साल बाद ऐसा मुहूर्त आया है कि जब एक ही दिन तीन उत्सव होंगे। भगवान का नवयौवन दर्शन, नेत्रोत्सव और रथयात्रा रविवार को ही निकलेगी। हर साल ये अलग-अलग दिन होते थे। रविवार को भोर 2 बजे से ही मंगलआरती से रथ यात्रा उत्सव की शुरुआत हो जाएगी। इस दौरान मंदिर के अंदर सेवा देने वाले पुजारियों के अलावा और कोई नहीं रहेगा। करीब 2.30 बजे भगवान का स्नान होगा। हालांकि यह दोनों रस्म भागवान की प्रतिमूर्ति के साथ होगी।

15 दिन बाद स्वस्थ

भगवान जगन्नाथ बीमार होने के 15 दिन बाद स्वस्थ हुए हैं, तब तक उनकी प्रतिमूर्ति की पूजा हो रही थी। इसके बाद भगवान का पट खुलेगा और चंदन लगी विधान होगा। खिचड़ी प्रसाद और सेना पोटा लागी विधान में 4 से 5 घंटे लग जाएंगे। इसके बाद मंगला अर्पण होगा। दोपहर 12.30 बजे पहंडी निकलेगा। भगवान मंदिर से निकलकर रथ पर सवार होंगे। इसके बाद उनका श्रृंगार होगा। इस तरह दोपहर 2.30 बजे तक भगवान तैयार होंगे।

सबसे आगे होगा बलभद्र जी का रथ

श्री जगन्नाथ मंदिर प्रबंधन समिति के सदस्य माधव चंद्र पूजापंडा ने बताया कि शाम 5 बजे गजपति महाराज यानी पुरी के राजा दिव्यसिंह देबा छेरा पहरा विधान यानी झाड़ू लगाएंगे और रथ यात्रा शुरू हो जाएगी। सबसे आगे बलभद्र जी का रथ होगा और उनकी गति से ही तय होगा कि यात्रा एक दिन में पूरी हो पाएगी या नहीं। बलभद्र जी के पीछे बहन सुभद्रा का रथ रहता है। सबसे अंत में भगवान जगन्नाथ का रथ। अगर रास्ते में रात हो गई तो यात्रा वहीं रुक जाएगी। अगले दिन सोमवार को स्नान और मंगलआरती के बाद फिर से यात्रा शुरू होगी। 8 जुलाई को गुडिचा मंदिर पहुंचेंगे तो 9 जुलाई को अंदर प्रवेश करेंगे।

भक्तों की सुरक्षा का विशेष ध्यान

रथ यात्रा के दौरान भक्तों की सुरक्षा का विशेष ध्यान रखा जाता है। मंदिर प्रबंधन समिति के सदस्य माधव चंद्र पूजापंडा ने बताया कि रथ यात्रा के दौरान दोनों तरफ पर्याप्त जगह रखा जाता है। यह किसी भी प्रकार की अप्रिय स्थिति में एंबुलेंस के ग्रीन कोरिडोर बनाने के लिए रहता है। लगातार पीने का पानी उपलब्ध करवाया जाता है। गर्मी रहने पर आगे-आगे पानी का छिड़काव किया जाता है। जगह-जगह मेडिकल पोस्ट बनाए जा रहे हैं। एक साथ 10 से 15 लाख लोग आ जाने पर मोबाइल नेटवर्क को लेकर समस्या आती है। इसे दूर करने के लिए प्रशासन ने टेलीकॉम कंपनियों से कहकर अस्थायी मोबाइल टावर लगवाए हैं। 24 घंटे बिजली की उपलब्धता रहेगी। दो दिनों तक पुरी के सभी स्कूल-कॉलेज बंद हैं। पूरे ओडिशा में सोमवार को सरकारी छुट्टी है।

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