देहरादून, 24 जून 2024: मसूरी देहरादून विकास प्राधिकरण (एमडीडीए) आज से रिस्पना नदी के किनारे 2016 के बाद किए गए अवैध निर्माणों को ध्वस्त करने की कार्रवाई शुरू करेगा। यह कार्रवाई राष्ट्रीय हरित अधिकरण (एनजीटी) के निर्देशानुसार की जा रही है। एमडीडीए को 30 जून तक कार्रवाई पूरी कर एनजीटी के समक्ष रिपोर्ट प्रस्तुत करनी है।
विभाग द्वारा चिन्हित किए गए थे 524 अवैध निर्माण:
एनजीटी के आदेश के बाद एमडीडीए और नगर निगम ने मिलकर रिस्पना नदी के किनारे किए गए अतिक्रमणों का सर्वेक्षण किया था। सर्वेक्षण में 2016 के बाद से कुल 524 अवैध निर्माण चिन्हित किए गए थे। इनमें से 89 नगर निगम की भूमि पर, 12 नगर पालिका मसूरी की भूमि पर और 11 राजस्व भूमि पर किए गए थे।
74 निर्माणों को पहले ही ध्वस्त किया जा चुका है:
नगर निगम ने पहले ही आपत्तियों के निस्तारण के बाद 74 अवैध निर्माणों को ध्वस्त कर दिया था। इनमें चूना भट्ठा, दीपनगर और बार्डीगार्ड बस्ती के 64 निर्माण शामिल हैं।
एमडीडीए आज से रिस्पना नदी के किनारे 2016 के बाद किए गए अवैध निर्माणों को ध्वस्त करना शुरू कर देगा।
कुल 524 अवैध निर्माण चिन्हित किए गए थे, जिनमें से 74 को पहले ही ध्वस्त कर दिया गया है। pic.twitter.com/Qc7a5gkJ3j
— NEWS AAP TAK BHARAT (@TakAndaman) June 24, 2024
आज 250 अवैध निर्माणों पर चलेगा बुलडोजर:
एमडीडीए रिवर फ्रंट डेवलपमेंट प्रोजेक्ट के लिए अधीनस्थ भूमि पर किए गए 412 अवैध निर्माणों को ध्वस्त करेगा। एमडीडीए ने इन अतिक्रमणकारियों को पहले ही नोटिस भेज दिए थे।
कार्रवाई सुबह 10 बजे से होगी:
एमडीडीए की टीम भारी पुलिस बल के साथ आज सुबह 10 बजे से काठबंगला बस्ती से ध्वस्तीकरण अभियान शुरू करेगी।
यह कार्रवाई रिस्पना नदी के किनारे पर्यावरण को बचाने और नदी के प्राकृतिक प्रवाह को बनाए रखने के लिए महत्वपूर्ण है।