Andaman Nicobar : पोर्ट ब्लेयर से चेन्नई के लिए यात्रा करने वाले मध्यमार्गी लोगों की मुश्किलें
पोर्ट ब्लेयर से चेन्नई के लिए जाने वाले स्वराज द्वीप शिप की हालत बद से बदतर होती जा रही है। इस शिप का उपयोग अंडमान निकोबार के हजारों मध्यमार्गी लोग करते हैं, जिनके पास हवाई यात्रा का खर्च उठाने की क्षमता नहीं होती। इस शिप की बदहाल स्थिति ने यात्रियों के स्वास्थ्य और सुरक्षा पर गंभीर खतरा पैदा कर दिया है।

शौचालयों की दयनीय स्थिति
हमारे पास 6 जून को पोर्ट ब्लेयर से चेन्नई के लिए रवाना हुए स्वराज द्वीप शिप की शौचालयों की तस्वीरें उपलब्ध हैं, जो 10 जून को चेन्नई पहुंचा था। ये तस्वीरें एक यात्री ने हमें मुहैया करवाई हैं।
तस्वीरों में साफ दिखाई दे रहा है कि शौचालयों की स्थिति बेहद दयनीय है। दरवाजे टूटे हुए हैं, छतों से पानी टपक रहा है और साफ-सफाई का कहीं नामोनिशान नहीं है। महिला और पुरुष दोनों शौचालयों की हालत इतनी खराब है कि यदि कोई यात्री इनका इस्तेमाल करता है तो वह बीमारियों का शिकार हो सकता है।
यात्रियों के लिए आवश्यक शिप
स्वराज द्वीप शिप अंडमान निकोबार के लोगों के लिए बेहद महत्वपूर्ण है। यह शिप उन हजारों आईलैंडर्स को सेवाएं प्रदान करता है, जिनके पास हवाई यात्रा का खर्च उठाने की क्षमता नहीं होती। ये आम लोग स्वास्थ्य सुविधाओं सहित अन्य आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए इस शिप का इस्तेमाल करते हैं।
शिपिंग डिपार्टमेंट पर सवाल
इस शिप की दयनीय स्थिति ने शिपिंग डिपार्टमेंट पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। हर साल रिपेयरिंग के नाम पर करोड़ों रुपए इन जहाजों पर खर्च किए जाते हैं, जो आम जनता के टैक्स से आते हैं। इसके अलावा, हर साल जहाजों का सर्वे भी किया जाता है, जिसमें शिपिंग डिपार्टमेंट को क्लीन चिट दे दी जाती है।
लेकिन तस्वीरों में स्पष्ट है कि स्वराज द्वीप शिप की हालत क्या है। यह सवाल उठता है कि जब इस शिप का सर्वे किया गया था, तब सर्वे करने वालों को इसकी बदहाल स्थिति क्यों नहीं दिखी? यह स्थिति भ्रष्टाचार को उजागर करती है और प्रशासन की विफलता को दर्शाती है।
स्वराज द्वीप शिप की बदहाल स्थिति ने अंडमान निकोबार के लोगों के लिए गंभीर समस्याएं पैदा कर दी हैं। शिपिंग डिपार्टमेंट को इस मामले को गंभीरता से लेते हुए तत्काल सुधारात्मक कदम उठाने चाहिए। यात्रियों की सुरक्षा और स्वास्थ्य के लिए शिप की मरम्मत और साफ-सफाई सुनिश्चित करना आवश्यक है। प्रशासन को भ्रष्टाचार के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करते हुए दोषियों को सजा दिलानी चाहिए, ताकि जनता का विश्वास बहाल हो सके।