नैनीताल, Uttarakhand : मनपसंद नंबरों के लिए वाहन स्वामियों की दीवानगी जगजाहिर है। इसी का फायदा उठाकर परिवहन विभाग चुनिंदा नंबरों को ऑनलाइन नीलामी में रखता है।
हाल ही में, यूके 04 एएन सीरीज में 0005 नंबर को लेकर एक अनोखा मामला सामने आया है। इस नंबर के लिए पहली बोली में ही एक वाहन स्वामी ने चार लाख रुपये से अधिक की बोली लगाई थी।
लेकिन, पैसे जमा न करने के कारण दोबारा नीलामी हुई। इसमें भी नंबर चार लाख रुपये से अधिक में बिका। मगर, दूसरी बार भी निर्धारित समय में पैसे जमा नहीं किए गए।
इसके बाद तीसरी बार नीलामी हुई और अंततः यह नंबर 40 हजार रुपये में बिका।
गौरतलब है कि पहले दो मामलों में 25-25 हजार रुपये की सिक्योरिटी राशि भी जब्त हो चुकी है।
यह घटना मनपसंद नंबरों के लिए लोगों की दीवानगी और ऑनलाइन नीलामी प्रक्रिया में खामियों को उजागर करती है।
अहम बिंदु:
- 0005 नंबर के लिए पहली बोली: 4 लाख रुपये से अधिक
- दूसरी बोली: 4 लाख रुपये से अधिक
- तीसरी और अंतिम बोली: 40 हजार रुपये
- पहले दो मामलों में जब्त सिक्योरिटी राशि: 25-25 हजार रुपये
- नीलामी तिथियां: 25 मई, 6 जून, और 23 जून
यह घटना वाहन विभाग के लिए आय का जरिया तो बन गई है, लेकिन मनपसंद नंबरों के लिए अनुचित बोली प्रथा पर भी सवाल उठाती है।